कंपनियों की 19 दवाएं अमानक, मरीजों की सुरक्षा खतरे में

मध्य प्रदेश के इंदौर की दवा इंडस्ट्री एक बार फिर विवादों में आ गई है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (CDSCO) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार 19 दवाएं अमानक पाई गई हैं। यह खुलासा ऐसे समय में हुआ है जब छिंदवाड़ा में जहरीले कफ सिरप से मौत का मामला अभी दो महीने भी पूरा नहीं हुआ था। रिपोर्ट में इंदौर की छह कंपनियों – मॉडर्न लैबोरेट्रीज, क्यूरेजा हेल्थकेयर, जेस्ट फार्मा, सिपको लिमिटेड, सामकेम और जेनिथ ड्रग्स – के 14 सैंपल फेल पाए गए। इसमें इंजेक्शन, डिप्रेशन, माइग्रेन, हाईपरटेंशन की गोलियां, पेट की दवाएं, गर्भावस्था के लिए टैबलेट और प्लाज्मा फ्लूइड जैसी जीवनरक्षक दवाएं शामिल हैं। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अमानक दवाएं मरीजों की स्थिति और गंभीर कर सकती हैं। इसके बावजूद कई दवा कंपनियां मुनाफे के लिए गुणवत्ता की अनदेखी कर रही हैं। राज्य और केंद्र की टीमों ने कार्रवाई शुरू की है, लेकिन लंबे समय से यह समस्या जमीनी स्तर पर कायम है और इंदौर की दवा इंडस्ट्री पर इसकी वजह से पूरे सिस्टम की निगरानी व्यवस्था पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।







