अवैध रेत खदानों को बंद करने ग्रामीण हुए लामबंद मुख्यमंत्री के नाम सौंपा ज्ञापन
कांकेर। जिले के चारामा क्षेत्र में चल रहे सभी अवैध रेत खदानों को बंद कराने 21 जून को ग्रामीणों ने बैठक कर मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा है।
बैठक मे शामिल लोगों ने कहा है कि यहां के महानदी से लगातार कई वर्षों से रेत का अवैध उत्त्खनन किया जा रहा है। जिससे जीवन दायिनी महानदी का अस्तित्व खतरे में हैं। दुर्ग,भिलाई एवं राजनांदगांव के रेत तस्कर यहां की खदानों में डेरा डाले हुए हैं। रेत तस्करों के हौंसले इतने बुलंद है कि यहां के भोले भाले लोगों को डरा धमका कर जान से मारने की धमकी दे रहे हैं।
और ये सब अनैतिक कार्य बिना राजनितिक संरक्षण के संभव नहीं है। यहां पर रेत उत्खनन करने वाले माफियाओं के द्वारा नियम कानून को ताक पर रखकर नदियों में प्रतिबंधित चेन माउंटेन मशीन लगाकर रेत का उत्खनन कर परिवहन किया जा रहा है। जिससे की पर्यावरण को भी नुकसान हो रहा है। इसिलिए यहां पर हो रहे अवैध रेत उत्खनन को तत्काल प्रभाव से बंद कराई जाए। अन्यथा इसे रोकने भविष्य में हम सभी ग्रामीणो के द्वारा उग्र आन्दोलन की जाएगी। आन्दोलन के दौरान यदि किसी भी प्रकार की जन धन की हानि होती है तो उस स्थिति में सारी जवाबदारी शासन प्रशासन की होगी।
आज के इस बैठक में रामदेव सिन्हा, नरोत्तम वैष्णव, उत्तम साहू, कुमार देवांगन, राजेश सोनकर नगरवासी एवं आसपास के ग्रामीण मौजूद रहे।