अवैध रेत उत्खनन के विरोध में जनहित संघ का – रेत सत्याग्रह

00 मवई नदी हरचौका सीतामढ़ी सहित जनकपुर की अन्य सभी जीवनदायनी नदियों के रक्षार्थ
हरचौका -सीतामढ़ी-एमसीबी। वायु- अग्नि- जल- पृथ्वी और नभ इन पंच महाभूतों द्वारा बने निर्मित प्रकृति में अगर किसी एक तत्व के साथ भी खिलवाड़ किया जाए तो संपूर्ण सृष्टि, जीव जंतु,वनस्पति सहित मानव समुदाय का विनाश होने से कोई नही रोक सकता। प्रकृति के साथ संतुलन अति आवश्यक है यह संतुलन थोड़ा भी डगमगाया तो परिणाम तुरंत दिखेगा जो भयंकर कष्ट कारी ही होगा।
वर्तमान में ग्लोबल वार्मिंग,पारिस्थितिक असंतुलन,पर्यावरण जल मृदा वायु क्षरण और प्रदूषण, ओजोन परत में क्षय इन सबका कारण मानवीय प्रयोगात्मक अतिदोहन और संतुलन की कमी ही नजर आती है यह वैश्विक समस्या है लेकिन प्रत्येक मानव का यह धर्म होना चाहिए कि वो प्राकृतिक संसाधनों का अतिदोहन से बचे और पर्यावरण संरक्षण,संसाधनों के संरक्षण के प्रति जिम्मेदार बने ताकि आने वाला भविष्य संकटग्रस्त और मरणासन्न ना होकर स्वस्थ समाज का निर्माण कर सके इन्ही भावनाओ को आत्मसात करते हुए जनहित संघ अंतर्गत पण्डो विकास समिति ने विगत 2 मई दिन शुक्रवार को ग्राम हरचौका सीतामढ़ी में ग्रामीणों के अपार समर्थन के साथ अवैध रेत उत्खनन के विरोध में “रेत सत्याग्रह” किया जो लगातार कई दिनों तक चला प्रशासन ने अवैध रेत उत्खनन के विरुद्ध कार्यवाही करने का विश्वास दिलाया ग्रामीण अवैध रेत उत्खनन के विरोध में एकस्वर में आवाज उठाते दिखे। रेत सत्याग्रह शांतिपूर्वक सत्य के लिए आग्रह रहा जो जनहित संघ के केंद्रीय उपाध्यक्ष संवर्त कुमार रूप के नेतृत्व में प्रारंभ हुआ।
