
रायपुर। कहते हैं मेहनत इतनी खामोशी से करो, कि कामयाबी शोर मचा दे। कुछ ऐसा ही जिला बिलासपुर विकासखंड कोटा के शासकीय प्राथमिक शाला तिलकडीह की पांचवी कक्षा में पढ़ने वाले छात्र विमल सिंह गोंड़ ने कर दिखाया है। मोहल्ला क्लास में पढ़ते हुए उसने बहुत सारी कला सीखी है। उसे पढ़ई तुंहर दुआर पोर्टल के मुख्य पृष्ठ में स्थान मिला है। छत्तीसगढ़ में संचालित पढ़ई तुहंर दुआर कार्यक्रम से प्रदेश के सभी बच्चों को लाभ मिल रहा है। इसके साथ ही बच्चें अलग-अलग तरह का तकनीकी ज्ञान भी सीख रहे हैं । पढ़ई तुंहर दुआर के मुख्य पृष्ठ में हमारे नायक के रूप में प्रतिदिन बेहतर कार्य करने वाले छात्र और शिक्षक की सफलता के कहानी लिखकर स्थान दिया जाता है। छत्तीसगढ़सरकार ने राज्य के छात्र-छात्राओं के पढ़ाई के प्रति संवेदनशीलता दिखाते हुए स्कूल शिक्षा विभाग में पढ़ई तुंहर दुआर की शुरुआत की। पढ़ई तुंहर दुआर कार्यक्रम बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने में कारगर साबित हो रहा है। इससे हर बच्चा ऑनलाइन हो या ऑफलाइन शिक्षा का लाभ पा रहा है।
कोटा विकासखंड के रतनपुर तहसील अंतर्गत आने वाले तिलकडीह प्राथमिक शाला के पांचवी में पढ़ने वाला छात्र विमल ने स्टोरी विवर के वेबसाइट में 50 कहानियों का स्थानीय भाषा छत्तीसगढ़ी भाषा में अनुवादित कर एक नई शुरुआत की है। इसे छात्र ने स्वयं पब्लिश भी किया है। छात्र विमल स्टोरी विवर सहित आॅग्मेंटेड रियलिटी वीडियो बनाने सहित मोहल्ला क्लास में खिलौना बनाने का भी काम करता है। विकासखंड स्तरीय खिलौना प्रदर्शनी-सह स्टोरी विवर प्रतियोगिता में विमल प्रथम स्थान पाकर तिलकडीह स्कूल का नाम रोशन किया है।