
नागपुर। डॉ.बाबासाहब आंबेडकर अंतरराष्ट्रीय विमानतल को नए साल में नई उड़ानों की उम्मीद है। ये भी आसार हैं कि अप्रैल 2020 में संचालन बंद करने वाली जेट एयरवेज फिर से नए साल में अप्रैल माह से ही संचालन शुरू करेगी। इसके अलावा हाल ही में बनी एक नई एयरलाइन नागपुर से क्षेत्रीय संपर्क योजना (आरसीएस) के तहत नागपुर से इंदौर और हैदराबाद के लिए उड़ान शुरू करने की तैयारी में है। कोविड के असर के मंद पड़ने के साथ हुए अनलॉक की शुरुआत से अब तक नागपुर एयरपोर्ट से करीब 80 फीसदी से अधिक उड़ानों का संचालन शुरू हो चुका है। अब तक कतर व शारजाह की इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू नहीं हो पाई हैं हालांकि अब तक कतर व शारजाह की इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू नहीं हो पाई हैं। डोमेस्टिक ऑपरेशंस में इंडिगो एयरलाइंस की कोच्चि और एयर इंडिया की एक दिल्ली फ्लाइट सप्ताह में तीन ही दिन चल रही है। इसे प्रतिदिन किए जाने को लेकर प्रस्ताव मुख्यालय में लंबित है। सूत्रों के अनुसार जेट एयरवेज ने नागपुर एयरपोर्ट पर स्लॉट सहित अन्य सुविधाओं को लेकर प्रस्ताव दिया है। मिहान इंडिया लिमिटेड (एमआईएल) उसे सभी आवश्यक सुविधाएं व स्लॉट देने के लिए तैयार है। उल्लेखनीय है कि जेट की मुंबई, दिल्ली के अलावा एटीआर विमान के जरिए नागपुर से इलाहाबाद के बीच भी उड़ान संचालित हो रही थी। यदि जेट आती है तो इसके साथ ही इलाहाबाद के लिए फिर उड़ान मिलने की उम्मीद है। वर्तमान में दिल्ली, मुंबई, पुणे, गोवा, इंदौर, अहमदाबाद, हैदराबाद, बेंगलुरू, चेन्नई व कोलकाता के लिए उड़ानें उपलब्ध हैं। पहले नागपुर एयरपोर्ट से रोजाना 4000 डिपार्चर व 4000 अराइवल पैसेंजरों का डेली मूवमेंट हुआ करता था। वर्तमान में ये आंकड़े 3000 तक पहुंच रहे हैं। उम्मीद है कि मार्च के अंत तक प्रतिदिन पैसेंजर मूवमेंट की संख्या 4000 या इससे अधिक पर पहुंच जाएगी।


कोरिया। राज्य शासन के अंतर्गत परिवहन आयुक्त द्वारा सार्वजनिक परिवहन सेवा को स्थगित रखने के संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। शासन द्वारा निर्देशों की जानकारी देते हुए कलेक्टर डोमन सिंह ने बताया कि “कोरोना वायरस” (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम तथा आपातकालीन परिस्थितियों के मद्देनजर लोकहित में अंतर्राज्यीय तथा छत्तीसगढ़ राज्य में संचालित होने वाली समस्त प्रकार के सार्वजनिक परिवहन यान, यात्री बस, सिटी बस, टैक्सी, ऑटो, ई-रिक्शा के संचालन को पृथक-पृथक तिथियों तक स्थगित किया गया है। वर्तमान में “कोरोना वायरस” (कोविड-19) के संक्रमण की रोकथाम के लिए भारत सरकार द्वारा छत्तीसगढ़ राज्य सहित पूरे देश में 4 मई से दो सप्ताह की प्रभावी अवधि तक लॉकडाउन घोषित किया गया है। कलेक्टर सिंह ने बताया कि आम जन के हितों को ध्यान में रखते हुए अंतर्राज्यीय तथा छत्तीसगढ़ राज्य में संचालित होने वाली समस्त प्रकार के सार्वजनिक परिवहन यान को स्थगित किया जाता है। विशेष एवं आपातिक परिस्थितियों में राज्य के भीतर एवं बाहर आवागमन के लिए सार्वजनिक परिवहन यानों के संचालन के लिए राज्य शासन की निर्धारित प्रक्रिया अनुसार अनुमति की आवश्यकता होगी।

रायपुर। राज्य शासन ने संस्कृति एवं पुरातत्व विभाग के संचालक अनिल कुमार साहू की सेवाएं तत्काल प्रभाव से वन विभाग को वापस सौंप दी है। अनिल कुमार साहू भारतीय वन सेवा के 1990 बैच के अधिकारी हैं। उनकी सेवाएं वन विभाग को वापस करने के संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग की ओर से मंत्रालय महानदी भवन नवा रायपुर से आदेश जारी कर दिया गया है।

बीजापुर। कोरोना वायरस के संक्रमण और रोकथाम के लिए सरकार द्वारा एतियातन कदम उठाए गए है। इसमें सभी प्रकार की यातायात सेवाएं भी बंद कर दी गई है। काम करने के लिए बीजापुर की नाबालिग बच्ची तेलांगना गई हुई थी। लेकिन लॉक डाउन की वजह से अपनी घर वापस लौटते वक्त उसकी मौत हो गई। मिली जानकारी के अनुसार बीजापुर के आदेड गांव की जमलो मडकामी अपने ही गांव के कुछ लोगों के साथ रोजगार की तलाश में आज से 2 महीने पहले तेलंगाना के पेरूर गांव गई हुई थी। लॉक डाउन लगने के बाद वह अपने ही गांव के 11 लोगों के साथ पैदल चलकर वापस बीजापुर लौट रहीं थी। तेलंगाना से लगातार 3 दिनों तक 100 किमी पैदल सफर करके बीजापुर के मोदकपाल इलाके में पहुॅंची ही थी कि मासूम बच्ची की मौत डीहाइड्रेशन के कारण हो गयी।
अपनी बेटी की मौत की खबर लगते ही पिता आंदोराम मडकम और मां सुकमती मडकम जिला चिकित्सालय बीजापुर पहुंचे। मौत के तीन दिनों बाद आज बच्ची के शव का पोस्टमार्टम बीजापुर में हुआ। जमलो के पिता ने मीडिया को बताया कि 2 महीने पहले उनकी मासूम बेटी रोजगार की तलाश में तेलंगाना गयी हुई थी। लाॅकडाउन लगने के बाद गांव के लोंगों के साथ पैदल ही वापस लौट रही थी। प्रवासी मजदूर के मौत कि खबर लगते ही एहतियात के तौर पर प्रशासन ने तेलंगाना से आ रहे मजदूरों को भी क्वारंटाइन कर दिया।

रायपुर। प्रदेश में 31 मार्च तक जारी लॉकडाउन के बाद भी तिल्दा तहसीलदार की मौजूदगी में पुलिस ने पांच दुकानों को सील किया है। इनता ही नहीं सभी दुकानदारों पर जुर्माना भी किया गया है। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि शासन के आगामी आदेश तक अपनी दुकानें बंद ही रखें। गौरतलब है कि राज्य सरकार ने 31 मार्च तक शहरों को लॉकडाउन किया है। लोगों को घर के भीतर ही रहने की अपील की है। केवल आवश्यक सेवाएं ही इस दौरान जारी रहेगी। इन सेवाओं में किराना स्टोर्स, मेडिकल और फल दुकानें खुले रहेंगे। इनता ही नहीं सड़कों पर बेवजह घूमने वालों पर भी कार्रवाई की जा रही है।