
नई दिल्ली। आलोचना और विरोध का सामना करने के बाद इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप्लीकेशन व्हाट्सऐप ने अपनी नई डेटा शेयरिंग पॉलिसी पर रोक लगा दी है। दरअसल नई पॉलिसी में फेसबुक और इंस्टाग्राम का इंटीग्रेशन ज्यादा था, जिसकी वजह से यूजर्स का व्हाट्सऐप डेटा फेसबुक से भी शेयर किया जाता। व्हाट्सऐप पर फेसबुक का पूरा स्वामित्व है। व्हाट्सऐप की इस निजता नीति से परेशान होकर यूजर्स उसकी प्रतिद्वंद्वी ऐप्ल टेलीग्राम और सिग्नल पर शिफ्ट हो रहे थे। नई शर्तों और नीति को स्वीकार करने के लिए तय 8 फरवरी की अंतिम तारीख को व्हॉट्सएप ने फिलहाल रद्द कर दिया है। व्हाट्सऐप ने कहा है कि वह प्राइवेसी और सुरक्षा को लेकर यूजर्स के बीच फैली भ्रामक जानकारियों को दूर करेगा। एक ब्लॉगपोस्ट में व्हाट्सऐप की ओर से लिखा गया है, ‘हमें बहुत से लोगों से सुनने को मिला है कि हमारे हालिया अपडेट को लेकर भ्रम की स्थिति पैदा हो गई है।
इस अपडेट के जरिए हम फेसबुक के साथ पहले से ज्यादा डेटा शेयर नहीं करेंगे।’ इससे पहले भी एक ब्लॉग के जरिए व्हाट्सऐप ने सफाई दी थी कि न तो हम किसी के मैसेज या कॉल देख सकते हैं और न ही फेसबुक। बता दें कि व्हॉट्सएप ने 4 जनवरी को ’इन-एप’ अधिसूचना के जरिए नई निजता नीति को घोषित करते हुए अपने यूजर्स को सेवा की शर्तों और गोपनीयता की नीति के बारे में अपडेट देना शुरू किया। व्हॉट्सऐप ने इसमें बताया कि वह कैसे यूजर्स के डेटा को प्रोसेस है और उन्हें फेसबुक के साथ किस तरह से साझा करती है। अपडेट में यह भी कहा गया कि व्हॉट्सऐप की सेवाओं का उपयोग जारी रखने के लिए उपयोक्ताओं को 8 फरवरी तक नई शर्तों व नीति से सहमत होना होगा।

रायपुर/नई दिल्ली। संयुक्त अरब अमीरात के नेशनल सेंटर ऑफ मीटिरियोलॉजी और पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के बीच एक एक तकनीकी सहयोग को लेकर एमओयू साइन किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता वाली केंद्रीय मंत्रिमंडल ने बुधवार एमओयू साइन किया है। दोनों देश मिल कर अब भूकंप, सुनामी की पहले से ही सटीक जानकारी रख पाएंगे। इस समझौते के बाद अब अरब सागर से आने वाले तूफानों को पहले से मापा जा सकता है। ओमान सागर और अरब सागर से आने वाले तूफान अक्सर भारत के तटीय क्षेत्रों और संयुक्त अरब अमीरात के उत्तर पूर्वी हिस्से को प्रभावित करते हैं। स सहमति पत्र में मौसम संबधी, भूकंप और महासागरीय सेवाओं के लिए ज्ञान, डेटा और ऑपरेशनल प्रोडक्ट्स का आदान प्रदान होगा जैसे कि रडार, सेटेलाइट, ज्वार गेजेस, भूकंपीय और मौसम संबंधी स्टेशन।

रायपुर/नई दिल्ली। देश में पबजी मोबाइल बैन होने के करीब एक महीने बाद फिर पबजी मोबाइल वापसी कर रही है। बताया जा रहा है कि पबजी मोबाइल को जल्द ही देश में लॉन्च किया जाएगा। इसके लिए कंपनी भारत सरकार की डाटा पॉलिसी को पूरी तरह से फॉलो करेगी। पबजी कॉर्पोरेशन ने कहा है कि भारतीय यूजर्स के लिए स्पेशल गेम लॉन्च किया जाएगा और नए गेम के लिए पबजी ने किसी भी चाइनीज कंपनियों से साझेदारी करने से इंकार किया है।

रायपुर/दिल्ली। मंगलवार को अमेरिकी टेक कंपनी ऐपल ने बहुप्रतीक्षित स्मार्टफोन्स iPhone 12 mini, iPhone 12, iPhone 12 Pro और iPhone 12 Pro Max को लॉन्च कर दिया है। एप्पल की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि आईफोन 12 के हैंडसेट 5 जी नेटवर्क से लैस होंगे। कंपनी के मुताबिक आईफोन 12 मिनी दुनिया का सबसे पतला और हल्का 5जी स्मार्टफोन भी है। आईफोन12 मिनी में 5.4 इंच की डिस्प्ले मिलेगी जो कि सबसे इस सीरीज का सबसे छोटा आईफोन होगा जबकि आईफोन12 प्रो मैक्स में सबसे बड़ी यानी 6.7 इंच की डिस्प्ले दी गई है। इन हैंडसेट की कीमत 70 हजार से शुरू होकर एक लाख 30 हजार रुपये के आसपास तक है। आईफोन12 मिनी की कीमत 69,900 रुपये हैं वहीं आईफोन12 की कीमत 79,900 रुपये है। आईफोन 12 प्रो का दाम 1,19,900 रुपये है जबकि आईफोन 12 प्रो मैक्स 1,29,900 रुपए का है। पूरी दुनिया में आईफोन12 मिनी की बुकिंग छह नवंबर से शुरू होगी और 13 नवंबर से यह उपभोक्ताओं के हाथ में उपलब्ध होगा। आईफोन12 और आईफोन12 प्रो की बुकिंग 16 अक्टूबर से शुरू होगी और यह 23 अक्टूबर से यह उपलब्ध होगा वहीं आईफोन12 प्रो मैक्स का प्री-ऑर्डर 13 नवंबर से शुरू होगा और 20 नवंबर से इसकी ब्रिक्री शुरू हो जाएगी।

नई दिल्ली। हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डिमॉन्स्ट्रेटर व्हीकल(एचएसटीडीवी) का भारत ने सोमवार को सफलतापूर्वक परीक्षण किया। यह परीक्षण ओडिशा तट पर कलाम द्वीप से किया गया। स्वदेशी तौर पर विकसित स्क्रैमजेट प्रोपल्शन सिस्टम का उपयोग करना सभी महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियां अगले चरण में प्रगति के लिए मान्य हैं। रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) के अध्यक्ष डॉ.जी.सतीश रेड्डी ने राष्ट्र की रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने के लिए अपने दृढ़ और अटूट प्रयासों के लिए सभी वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और इस मिशन से जुड़े अन्य कर्मियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि इस मिशन के साथ डीआरडीओ ने अत्यधिक जटिल प्रौद्योगिकी के लिए क्षमताओं का प्रदर्शन किया है,जो उद्योग के साथ साझेदारी में नेक्स्टजेन हाइपरसोनिक वाहनों के लिए बिल्डिंग ब्लॉक के रूप में काम करेगा। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने डीआरडीओ को बधाई देते हुए कहा कि आज स्वदेशी रूप से विकसित स्क्रैमजेट प्रोपल्शन प्रणाली का उपयोग कर हाइपरसोनिक टेक्नोलॉजी डेमोंट्रेटर वाहन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है। इस सफलता के साथ, सभी महत्वपूर्ण प्रौद्योगिकियां अब अगले चरण की प्रगति के लिए स्थापित हो गई हैं। मैं इस महान उपलब्धि के लिए बधाई देता हूं,जो पीएम के 'आत्मनिर्भर भारत' के सपने को साकार करने की दिशा में है। मैंने परियोजना से जुड़े वैज्ञानिकों से बात की और उन्हें इस महान उपलब्धि पर बधाई दी। भारत को उन पर गर्व है।

नई दिल्ली। फेसबुक द्वारा मैसेंजर पर व्हाट्सऐप की तरह ही एक नया फ़ीचर लाया गया है। इस फ़ीचर के तहत अब एक बार में सिर्फ़ पांच कॉन्टेक्ट को ही मैसेज फ़ॉरवर्ड किए जा सकते हैं। गौरतलब है कि 2018 में व्हाटसऐप में फ़ॉरवर्ड लिमिट का फ़ीचर आया था। अब कंपनी ने इसी तरह का फ़ीचर मैसेंजर में लाने का ऐलान किया है। दरअसल ये फ़ीचर मिस इन्फ़ॉर्मेशन और फेक न्यूज़ को वायरल होने से रोकने के लिए किया गया है। कंपनी को लगता है कि ऐसा करते वायरल मिस इन्फ़ॉर्मेशन और हार्मफुल कॉन्टेंट को स्लो डाउन करने का अच्छा तरीक़ा है। फेसबुक मैसेंजर में मैसेज फॉरवर्डिंग लिमिट का फीचर फिलहाल बीटा टेस्टिंग में है और टेस्ट सफल होने के बाद इसे सभी के लिए जारी किया जाएगा। नए अपडेट में एक ही मैसेज को पांच से अधिक लोगों को फॉरवर्ड करने पर “forwarding limit reached” का नोटिफिकेशन मिलेगा।
फेसबुक मैसेंजर के इस फीचर को पहली बार इसी साल मार्च में टेस्टिंग के दौरान देखा गया था और अब कंपनी इसे कुछ चुनिंदा यूजर्स के लिए जारी कर रही है। फेसबुक की तरफ से जारी एक स्टेटमेंट में कहा गया कि फॉरवर्डिंग लिमिट वायरल गलत जानकारियों व हानिकारक कॉन्टेंट के प्रसार को कम करने का एक प्रभावी तरीका है, इस तरह की जानकारियां वास्तविक दुनिया को नुकसान पहुंचाने की क्षमता रखती हैं। बता दें कि व्हाटसऐप में फ़ॉरवर्ड लिमिट सेट करने के बाद इस तरह के मैसेज में 70 प्रतिशत तक की कमी दर्ज की गई है। फॉरवर्ड मैसेज लिमिट के अलावा, व्हाट्सऐप टीम भी अपने प्लेटफॉर्म पर फ्रिक्वेंट फारवर्ड मैसेज पर सीमा लगाने की कोशिश कर रही है। पिछले साल व्हाट्सऐप ने अपने एंड्रॉयड और आईओएस ऐप के लिए Frequently Forwarded मैसेज का लेबल रोलआउट किया था। वहीं, इस साल अप्रैल में व्हाट्सऐप ने फ्रिक्वेंटली फॉरवर्डेड मैसेज पर सीमा लगा दी थी।

रायपुर। राजधानी में कोरोना मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। नए मरीजों की पहचान होने पर संबंधित इलाकों को जिला प्रशासन की ओर से कंटेनमेंट जोन घोषित किया जा रहा है। रायपुर जिले में रविवार की स्थिति में अब तक कुल 1172 कोरोना पॉजिटिव की पहचान हो चुकी है। इनमें 545 मरीजों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया जा चुका है। कुल 6 मौत दर्ज की गई है। रायपुर में एक्टिव मरीजों की संख्या 621 पहुंच चुकी है। नए मरीजों की पहचान होने पर अपर कलेक्टर की ओर से संबंधित इलाकों की चतुर्सीमा तय कर कंटेनमेंट जोन का आदेश जारी किया जा रहा है। इसी क्रम में अपर कलेक्टव व अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी रायपुर ने 13 नए कंटेनमेंट जोन की घोषणा की है।
जिला प्रशासन की ओर से जारी आदेशों के मुताबिक अंबेडकर चौक सिलतरा थाना धरसीवा क्षेत्र में 1 कोरोना मरीज की पहचान हुई है। इसी तरह आदर्श नगर थाना गुढ़ियारी क्षेत्र में 1, ग्राम कुम्हारी थाना आरंग क्षेत्र में 1,ग्राम तिबरैया थाना धरसीवा क्षेत्र में 1, आइटीबीपी 38 पुलिस फोर्स परिसर ग्राम मुड़पार थाना खरोरा में 1, विकासखंड धरसीवा जीके टाउनशिप सिलतरा थाना धरसीवा क्षेत्र में 1, धरसीवा-भाठा थाना धरसीवा क्षेत्र में 1, भाटापारा सिलतरा थाना धरसींवा क्षेत्र में 1, राशन दुकान वाली गली गोगांव थाना गुढ़ियारी क्षेत्र में 1, लक्की मेडिकल के पीछे सिलतरा थाना धरसीवा में 1,लोहार चौक भाटागांव थाना पुरानी बस्ती क्षेत्र में 1, वार्ड क्रमांक 30 आजाद चौक बिरगांव थाना क्षेत्र में 1 और सेक्टर 27 ब्लॉक 28 अटल नगर नया रायपुर थाना राखी क्षेत्र में 1 मरीज की पहचान हुई है। इन सभी इलाकों को सील कर जिला प्रशासन ने दिशानिर्देश जारी किए हैं। आदेश की कॉपी देखने यहां क्लिक करें

रायपुर। प्रदेश में कोरोना के 2 पॉजिटिव मरीज मिले हैं, वहीं 4 मरीज स्वस्थ्य होने के बाद डिस्चार्ज किए गए हैं। प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या अब 281 है। स्वास्थ्य विभाग ने मेडिकल बुलेटिन जारी कर बताया कि बुधवार को प्रदेश में कोरोना के अब तक 3 पॉजिटिव जगदलपुर, बलौदाबाजार और बिलासपुर से मिले हैं। वहीं बालोद और बलौदाबाजार के 2-2 मरीज जिनका एम्स रायपुर में इलाज जारी था स्वस्थ होने के बाद डिस्चार्ज किए गए हैं। बताया गया कि एम्स रायपुर में 85, कोविड अस्पताल माना रायपुर में 86, कोविड अस्पताल बिलासपुर में 39, मेडिकल कॉलेज अस्पताल अंबिकापुर में 22 और मेडिकल कॉलेज रायगढ़ में 12, मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव में 34 मरीज भर्ती हैं। मेडिकल बुलेटिन देखने के लिए यहां क्लिक करें...

नई दिल्ली। भले ही भारत में टेलीकॉम कंपनियां अपने इंटरनेट स्पीड को लेकर बड़े-बड़े दावे कर लें। लेकिन ब्रॉडबैंड स्पीड के मामले में भारत की स्थिति काफी खराब है। मोबाइल ब्रॉडबैंड स्पीड के मामले में भारत अपने पड़ोसी देश पाकिस्तान और नेपाल से भी पीछे है। ब्रॉडबैंड स्पीड का विश्लेषण करने वाली कंपनी ऊकला की एक रिपोर्ट से इसका पता चलता है। मिली जानकारी के अनुसार मोबाइल ब्रॉडबैंड स्पीड में भारत तीन पायदान नीचे खिसक कर 132वें स्थान पर आ गया है। मोबाइल ब्रॉडबैंड स्पीड में भारत की स्थिति पाकिस्तान और नेपाल से भी खराब है। यह आंकड़े ऊकला के स्पीड टेस्ट के हैं। आंकड़ों के मुताबिक अप्रैल महीने में भारत की औसत मोबाइल ब्रॉडबैंड डाउनलोड स्पीड 9.81 Mbps रही, जबकि इसकी औसत अपलोड स्पीड 3.98 Mbps थी। बता दें कि ऊकला हर महीने मोबाइल ब्रॉडबैंड स्पीड के आधार पर 139 देशों की लिस्ट बनाती है।
टॉप पांच में रहे ये देश :
दुनिया भर की औसत मोबाइल डाउनलोड स्पीड की बात करें तो अप्रैल के महीने में यह 30.89 Mbps और अपलोड स्पीड 10.50 Mbps रही है। स्पीडटेस्ट में दक्षिण कोरिया नंबर एक कंपनी रही है। यहीं की मोबाइल डाउनलोड स्पीड 88.01 Mbps और मोबाइल अपलोड स्पीड 18.14 Mbps रही। वहीं टॉप पांच में अन्य देश कतर, चीन, यूएई और नीदरलैंड रहे हैं।
पाकिस्तान और नेपाल से भी पीछे भारत :
स्पीड के मामले में भारत को पाकिस्तान और नेपाल जैसे देशों ने भी पीछे छोड़ दिया। जहां नेपाल पांच पायदान ऊपर पहुंचते हुए 111वें नंबर पर रहा, वहीं पाकिस्तान ने 112वां स्थान हासिल किया है। इसके अलावा दो अन्य पड़ोसी देश श्रीलंका को 115वां और बांग्लादेश को 130वां स्थान मिला है। अन्य देशों की बात करें तो सिर्फ उज़्बेकिस्तान, लीबिया, अल्जीरिया, रवांडा, सुडान, वेनेजुएला और अफगानिस्तान जैसे देश ही भारत से नीचे रहे हैं।

मुंबई। सोशल मीडिया एप्लीकेशन टिक-टॉक का लगातार भारत में विरोध हो रहा है। अपने कंटेंट को लेकर अक्सर ही सुर्खियों में रहने वाला टिकटॉक एक बार फिर अपने आलोचकों के निशाने पर है। टिकटॉक स्टार फैजल सिद्दीकी का एसिड अटैक वाला वीडियो वायरल होने के बाद देश भर में टिकटॉक बैन करने की मांग जोरों शोरों से उठने लगी। ट्विटर पर लोग हैशटैग बैन टिकटॉक के साथ ट्वीट कर रहे हैं और देश भर में ये ट्रें कर रहा है। इन सबसे टिकटॉक की रेटिंग 4.5 से सीधे 3.2 पर आ गिरी है। यह एक बहुत ही बड़ी गिरावट है। टिकटॉक की खुमारी लोगों को ऐसी चढ़ी हैं कि हर कोई स्टार बनना चाहता है, लेकिन स्टार बनने की चाह में विवादित वीडियो बनाकर भी अपलोड कर रहे हैं। कुछ ऐसा ही करना टिकटॉक के स्टार फैज़ल सिद्दीकी को करना बहुत महंगा पड़ा अपने इस नए वीडियो में वह एसिड अटैक करने की एक्टिंग करते नजर आए, जिसके बाद फैज़ल के टिकटॉक अकाउंट को बैन कर दिया गया है।
उन पर आरोप है कि वीडियो द्वारा उन्होंने कई सामुदायिक दिशा निर्देशों का उल्लंघन किया है। फैज़ल सिद्दीकी के टिकटॉक पर 13.4 मिलियन फॉलोअर है। एसिड अटैक वीडियो अपलोड होने के बाद लोगों ने उनका विरोध करना शुरू किया। दरअसल, उन्होंने जो वीडियो पोस्ट किया था ,उसमें वो एक लड़की के चेहरे पर एसिड फेंकते हुए देखा जा सकता था। बाद में उसी क्लिप में वह लड़की विचित्र मेकअप में नजर आती है। इसके बाद वीडियो में एक लाइन आती है, जिसमें फैजल कहते नजर आते हैं कि तुम्हें उसने छोड़ दिया, जिसके लिए तुमने मुझे छोड़ा था। फैजल के इस वीडियो के सामने के बाद सिर्फ यूजर्स ही नहीं बल्कि सेलेब्स से लेकर राष्ट्रीय महिला आयोग का गुस्सा भी फूटा था। महाराष्ट्र पुलिस और राष्ट्रीय महिला आयोग ने टिकटॉक इंडिया को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की थी। मामला बढ़ता देख फैजल ने अपने वीडियो को हटा लिया था और साथ में अपनी सफाई भी पेश की थी।
टिकटॉक के एक प्रवक्ता ने कहा कि हमने वीडियो को हटा दिया है, साथ ही खाते को निलंबित कर दिया है। उन्होंने बताया कि अब वो इस मामले में कानून प्रवर्तन एजेंसियों के साथ काम कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि टिकटॉक के ऐसे ही कई वीडियो क्लिप्स ट्विटर पर सामने आए हैं, जो महिलाओं के खिलाफ यौन शोषण को बढ़ावा देने वाले हैं। ऐसे वीडियोज सामने आने के बाद नेटिजन्स #BanTikTokinIndia के साथ ट्वीट करने लगे और ये ट्रेंड करने लगा। कई ऐसे फोटोज और स्क्रीनशॉट शेयर किए गए हैं, जिसमें उन्होंने लिखा है कि हमने ऐप को केवल निगेटिव रेटिंग देने के लिए ही डाउनलोड किया था। ऐपल ऐप स्टोर और गूगल प्ले स्टोर पर ऐप पर 1-स्टार रिव्यूज की बाढ़ आ गई है। टिकटॉक ऐप 1-स्टार रिव्यूज की सीरीज के बाद गूगल प्ले स्टोर पर कुछ दिनों के भीतर ही रेटिंग 4.5 स्टार्स से घटकर 2 स्टार्स तक पहुंच गया है। इसके अलावा टिकटॉक कंटेंट क्रिएटर्स और यूट्यूब कंटेंट क्रिएटर्स की नोक-झोंक भी पिछले काफी दिनों से जारी ही है।

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के कारण लॉक डाउन के इस दौर में घर से काम पर अधिक जोर दिया जा रहा है और इसके लिए निर्बाध चलने वाला इंटरनेट जरूरी है। इसी को ध्यान में रखकर रिलायंस जियो ग्राहकों के लिए केवल 999 के रिचार्ज पर 84 दिन तक हर रोज तीन जीबी हाईस्पीड डाटा के बाद 64 केबीपीएस असीमित डाटा का लाभ का नया प्लान लाई है। मोबाइल सेवा को अधिक प्रतिस्पर्धी बनाकर उपभोक्ताओं को अधिक से अधिक सेवाएं देने में हमेशा तत्पर जियो ने इस प्लान में कई अन्य सुविधाएं जिनमें वॉइस कॉल की सुविधा, जियो से जियो और लैंडलाइन पर मुफ्त और असीमित कॉल भी शामिल है।
प्लान में जियो से दूसरे नेटवर्क पर 3000 मिनट की कॉलिंग मुफ्त दी गई है। इसके अलावा 84 दिन तक 100 एसएमएस प्रति दिन की सुविधाएं दी गई है। ग्राहकों सबसे अधिक इंटरनेट डाटा देने के मामले में रिलायंस जियो क्षेत्र की अन्य कंपनियों से हमेशा आगे रहती है और अपने प्रीपेड और ब्रॉडबैंड प्लान्स में हमेशा बदलाव करती रहती है। प्लान में ग्राहकों को जियो एप्स का सबस्क्रिप्शन पूरक मिलेगा। रिलायंस जियो की आक्रामक नीति और ग्राहकों के लिए वाजिब दरों पर नये-नये प्लान का परिणाम है कि कंपनी ने चार वर्ष के भीतर ही अन्य कंपनियों का वर्चस्व तोड़कर करीब 39 करोड़ ग्राहक का नेटवर्क बना लिया और मोबाइल सेवा की अगुआ बन गई।