दो साल से बनकर खाली पड़े स्कूल भवन का नहीं हो सका शुभारंभ
/ भिन्न छत्तीसगढ़
पिथौरा। छत्तीसगढ़ शासन शिक्षा और स्कूल भवनों को लेकर भले ही लाख दावा करे लेकिन इसकी जमीनी हकीकत कुछ और ही है। कहीं शिक्षकों का अभाव है तो कहीं भवन बन जाने के बाद भी उसका विधिवत शुभारंभ नहीं हो सका है। विद्यार्थी पुराने भवन में ही बैठकर पढ़ाई कर रहे हैं।
पिथौरा ब्लॉक के सुखीपाली और भिथिडीह के दो हायर सेकेंडरी स्कूलों की यही स्थिति है। विभागीय अधिकारियों की मानें तो उक्त भवनों का उद्घाटन मुख्यमंत्री के हाथों पहले से ही हो चुका है लेकिन इन भवनों की जमीनी हकीकत यह है कि वे अभी भी अधूरे पड़े हैं। करीब 1-1 करोड़ रुपए की लागत से ग्राम सुखीपाली एवं भिथिडीह में हायर सेकेंडरी स्कूल भवन निर्माण ठेकेदारों के माध्यम से करवाया गया था। 2 वर्षों से उक्त भवन बनकर तैयार है। इसके अलावा यहां अहाता निर्माण भी हो चुका है लेकिन 2 वर्षों से इन भवनों में स्कूलों का संचालन नहीं हो रहा है।
इस संबंध में लोक निर्माण विभाग के सब इंजीनियर चंद्रशेखर ने बताया कि भवनों का निर्माण पूर्व में ही हो चुका है। मुख्यमंत्री के हाथों इन भवनों का उद्घाटन भी हो चुका है किंतु भवनों की आंतरिक व्यवस्था बिजली, पंखे आदि नहीं हो पाने के कारण भवन अभी भी उपयोग के लायक नहीं हैं। ठेकेदारों को निर्देशित किया गया है उपरोक्त सभी व्यवस्था तत्काल करें।
भिथिडीह में अहाता की व्यवस्था नहीं
करीब एक करोड़ की लागत से भिथिडीह में हायर सेकेंडरी स्कूल भवन निर्माण तो किया गया है लेकिन अहाता नहीं बनाया गया है जिसके कारण यह भवन आज भी अधूरा है। इस स्कूल भवन में अहाता का निर्माण नितांत आवश्यक है क्योंकि यह बारनवापारा अभयारण्य के जंगल से सटकर है। आसपास वन्यजीवों का विचरण आए दिन होता रहता है।
'दोनों भवनों का उद्घाटन पूर्व में मुख्यमंत्री के हाथों हो चुका है लेकिन दोनों में ही कमियां थीं जिन्हें ठीक करा लिया गया है। आने वाले एक-दो महीने में शिप्ट कर लिया जाएगा।'
केके ठाकुर
विकासखंड शिक्षा अधिकारी, पिथौरा