समस्याओं के निराकरण की पूरी जानकारी देने अब लगेंगे निराकरण शिविर
/ भिन्न छत्तीसगढ़
कोरबा। कलेक्टर की पहल पर आयोजित हुए निदान 36 शिविरों में ग्रामीणों द्वारा बताई गई समस्याओं और की गई मांगो का वास्तविक निराकरण अगले 15 दिनो में अनिवार्यतः करने के निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिए गए हैं। कलेक्टर किरण कौशल ने यह निर्देश समय सीमा की साप्ताहिक बैठक में दिए। उन्होंने शिविरों में प्राप्त आवेदनों पर धीमी गति से कार्रवाई पर बैठक में नाराजगी भी व्यक्त की। कलेक्टर ने सभी समस्याओं और मांगो पर समाधान के लिए की गई कार्रवाई से ग्रामीणों को अवगत कराने पूर्व में आयोजित शिविर स्थलों पर अब निराकरण शिविर लगाने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कलेक्टर ने बैठक में यह भी निर्देशित किया कि लोगों को उनके आवेदनों पर प्रशासन द्वारा की गई कार्रवाई से एक-एक कर अवगत कराया जाए।
जिन आवेदनों पर समाधान कारक कार्रवाई संभव ना हो ऐसे आवेदनों पर संबंधित अनुभाग के एसडीएम जांच कर प्रतिवेदन देंवें। कलेक्टर ने बैठक में निदान शिविरों में मिले आवेदनों के वास्तविक निराकरण पर विशेष जोर दिया और सभी विभागों के अधिकारियों को सकारात्मक निराकरण के लिए कहा। कलेक्टर ने निराकृत नहीं हो सकने वाली समस्याओं और पूरी नहीं हो सकने वाली मांगो पर स्पष्ट कारण बताते हुए आवेदन कर्ताओं को पूरी जानकारी देने के निर्देश भी अधिकारियों को बैठक में दिए। बैठक में कलेक्टर ने आगे भी निदान शिविरो के आयोजन के लिए समयबद्ध कार्य योजना बनाने के निर्देश अपर कलेक्टर को दिए। उन्होंने मार्च महीने के पहले सप्ताह में सभी विकासखण्डों में स्थान चिन्हांकित कर एक-एक निदान शिविर आयोजित करने को कहा। किरण कौशल ने मार्च महीने के तीसरे सप्ताह में निराकरण शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए। आज की समय सीमा की बैठक में अपर कलेक्टर प्रियंका महोबिया, नगर निगम आयुक्त एस. जयवर्धन, कोरबा वनमण्डलाधिकारी प्रियंका पाण्डेय, सभी अनुभागों के एसडीएम एवं सभी विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहे। वीडियो कोन्फ़्रेसिंग के माध्यम से विकासखण्ड मुख्यालयों से तहसीलदार, नायब तहसीलदार एवं अन्य विभागों के मैदानी अधिकारी-कर्मचारी भी बैठक में शामिल हुए।
समय सीमा की बैठक में कलेक्टर ने कोरोना काल के बाद खुले स्कूलों में कोविड प्रोटोकाॅल के पालन की समीक्षा भी की। उन्होंने जिला शिक्षा अधिकारी सतीश प्रकाश और सहायक आयुक्त संतोष वाहने से स्कूलों और आश्रम-छात्रावासों मे विद्यार्थियों के लिए कोविड से बचने के उपायों पर पूरी जानकारी ली। कलेक्टर ने केवल नौवीं से लेकर बारहवीं तक के ही विद्यार्थियों को स्कूल और छात्रावासों में प्रवेश कराने के निर्देश दिए।