भूले बिसरे गीत 4: मेरे मेहबूब क़यामत होगी,आज रुसवा तेरी गलियों में मुहब्बत होगी,मेरी नज़रे तो गिला करती है..
/ एंटरटेनमेंटछत्तीसगढ़
रायपुर। मेरे मेहबूब क़यामत होगी आज रुसवा तेरी गलियों में मुहब्बत होगी,1964 में आई थी फ़िल्म मिस्टर एक्स इन बॉम्बे। इस फ़िल्म का ये शानदार गाना है। जिसे फिल्माया भी किशोर कुमार पर गया था और गाया भी किशोर कुमार ने ही। किशोर कुमार के गाये बेमिसाल गीतों में से एक है ये गीत।इस गाने को शब्दों से संवारा था आनन्द बख्शी ने और सुरों से सजाया था अपने समय में हिट होने की गारंटी सुपरहिट जोड़ी लक्ष्मीकांत प्यारेलाल ने। गाने के बोल ही बताते है कि ये एक चोट खाये दिलजले आशिक के दिल से निकली आह है।इतनी बद्दुआ शायद ही कोई किसी को दे। और ये उस दौर से लेकर आज तक दिलजलों के ज़ख्मो पर मरहम का काम ही करता आया है। इस गाने में आशिक के बोल पर गौर फरमाइयेगा,मेरी तरह तू आहे भरे,तू भी किसी से प्यार करे,और वो रहे तुझसे परे,तूने ओ सनम ढाए जो सितम के वो तू भूल न जाना,के न तुझपे भी इनायत होगी,आज रुसवा तेरी गलियों में मुहब्बत होगी।बताईये एक आशिक के दिल से आह भी निकली तो वही कि जो उसने उसके साथ किया है वैसा ही उसके साथ हो। 1964 से ये गाना आज तक ताज़ा बना हुआ है।तो आनन्द लीजिये किशोर कुमार के गाये इस सदाबहार समधुर गीत का,मेरे मेहबूब क़यामत होगी।